जीवन फूलों की सेज नहीं
ललित कुमार द्वारा लिखित, 12 अक्तूबर 2012 एक नई कविता। यह ग़नुक (ग़ज़ल नुमा कविता) नहीं है क्योंकि इसमें मतला […]
ललित कुमार द्वारा लिखित, 12 अक्तूबर 2012 एक नई कविता। यह ग़नुक (ग़ज़ल नुमा कविता) नहीं है क्योंकि इसमें मतला […]
ललित कुमार द्वारा लिखित, 26 फ़रवरी 2012 सायं 10:15 दस मिनट में लिखी एक ग़नुक (ग़ज़ल-नुमा कविता)… बस उसके लिए
ललित कुमार द्वारा लिखित; 29 दिसम्बर 2004 एक बहुत पुरानी कविता… क्या अंतर पड़ जाएगा, क्या कमी हो जाएगी हम
ललित कुमार द्वारा लिखित; 31 जनवरी 2007 को 3:00 सायं एक ग़नुक (ग़ज़ल-नुमा-कविता)… कल जाने क्या होगा, इस बेक़रारी में
ललित कुमार द्वारा लिखित; 02 जून 2006 एक ग़नुक (ग़ज़ल-नुमा-कविता)… सोचता हूँ उस रोज़ इक ग़ज़ल लिखूँ जब मैं ज़िन्दगी
ललित कुमार द्वारा लिखित; 29 जनवरी 2012 एक पुरानी ग़नुक (ग़ज़ल-नुमा-कविता) में दो नए अश’आर जोड़ कर पेश कर रहा
ललित कुमार द्वारा लिखित; 07 नवम्बर 2011 इस ग़नुक (ग़ज़ल नुमा कविता) के कुछ शे’र उन दोस्तों के लिए लिखे
ललित कुमार द्वारा लिखित; 30 सितम्बर 2007 कई वर्ष पहले लिखी एक ग़नुक (ग़ज़ल नुमा कविता)… ओ बंजारे दिल आओ
ललित कुमार द्वारा लिखित; 30 सितम्बर 2011 मुझे याद नहीं आता कि पिछली बार मैंने ग़नुक (ग़ज़ल नुमा कविता) कब
ललित कुमार द्वारा लिखित; 04 अगस्त 2011 हालांकि इस ग़नुक को मैंने कई साल पहले लिखा था लेकिन आज इसमें
ललित कुमार द्वारा लिखित; 29 जुलाई 2011 मेरी एक नई ग़नुक (ग़ज़ल नुमा कविता) दुश्मन है क्या ऐ हवा ना
ललित कुमार द्वारा लिखित; 30 जून 2011 यह मेरी एक प्रिय कविता है –इसे मैंने कुछ समय पहले लिखा था
ललित कुमार द्वारा लिखित; 06 जून 2011 थामोगी या छोड़ोगी मेरा हाथ ज़िन्दगी कब बीतेगी कहो ये काली रात ज़िन्दगी
ललित कुमार द्वारा लिखित; निस्तब्ध से जीवन में कोई ध्वनी खोजता हूँ निराशा के घने वन में खुली अवनी खोजता
ललित कुमार द्वारा लिखित; 02 नवम्बर 2010 इस ग़नुक (ग़ज़ल-नुमा-कविता) का मिसरा “आपके सीधे पल्ले में ये दिल अटक गया”
ललित कुमार द्वारा लिखित; 12 सितम्बर 2010 ग़ज़लों के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए एक और ग़ज़ल पेशे-नज़र है। यह
ललित कुमार द्वारा लिखित; 26 अगस्त 2009 काफ़ी सारी कविताएँ पेश करने के बाद आज मैं एक ग़ज़ल-नुमा-कविता (ग़नुक) पेश