नज़्मइल्तिज़ा-ए-ज़र्रा Lalit Kumar / April 17, 2012 ललित कुमार द्वारा लिखित, 17 अप्रैल 2012 यह एक धूल के कण की दरख़्वास्त है। अपने प्रिय के कदम चूमने […]